MBBS Me Kitne Subject Hote Hai और कौन कौन से विषय है

हे दोस्तों अगर आप एमबीबीएस (MBBS)  करना चाहते है और जानना चाहते है MBBS Me Kitne Subject Hote Hai और कौन-कौन विषय होते है तो आज के इस लेख को पुरे ध्यान से पढ़े क्योकि आज के इस लेख में हम एमबीबीएस में कितने विषय होते है और कौन – कौन विषय होते है इनके बारे में विस्तार से जानेंगे

एमबीबीएस (MBBS) एक बेचलर डिग्री है जो चिकित्सा के क्षेत्र में रूचि रखने वाले छात्र के लिए खास डिजाईन किया गया है अगर आप डॉक्टर बनना चाहते है तो सबसे पहले आपको एमबीबीएस के विषय के बारे में जानना होगा.

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MBBS Me Kitne Subject Hote Hai

एमबीबीएस (MBBS) में 19 विषय होते है जो बायोकेमेस्ट्री, साइकोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्मोकोलॉजी, फॉरेंसिक मेडिसिन, पैथोलॉजी, ईएनटी (ENT), कम्युनिटी मेडिसिन, ऑफथर्मालॉजी, मेडिसिन वॉल्यूम 3, सर्जरी वॉल्यूम 1, ओबीजी वॉल्यूम 2, पीडियाट्रिक्स, ऑर्थोपीडिया, रेडियोलॉजी, डर्मेटोलॉजी, एनाटोमी, सर्जरी.

एमबीबीएस में कौन-कौन से विषय होते है?

एमबीबीएस के 9 सेम्सेटर के Syllabus को 3 भागो में बाँटा गया है – प्री-क्लिनिकल विषय, पैरा क्लिनिकल विषय और क्लिनिकल विषय -1 होते है जिन विषयो में ये सभी पढाई जाती है:

  1. जैव रसायन (Biochemistry)
  2. एनाटॉमी (Anatomy)
  3. फिजियोलॉजी (Physiology)
  4. फार्माकोलॉजी (Pharmacology)
  5. पैथोलॉजी (Pathology)
  6. चिकित्सा (Medicine Volume 3)
  7. सर्जरी (Surgery volume 1)
  8. बाल चिकित्सा
  9. पीएसएम
  10. सूक्ष्मजीव विज्ञानं
  11. नेत्र विज्ञानं
  12. ईएनटी (ENT)
  13. रेडियोलोजी
  14. आर्थोपेडिक्स
  15. फॉरेंसिक मेडिसिन
  16. आर्थोपेडिक्स
  17. साइकाइट्री
  18. एनेस्थीसिया
  19. त्वचा विज्ञानं

एमबीबीएस में कितने विषय होते है?

एमबीबीएस की पढाई के दौरान 19 विषय की पढाई करनी होती है, यह विषय 5 साल 6 महीने में ख़त्म करने होते है.

Biochemistry

बायोकेमिस्ट्री बायोलॉजी (Biology) और केमिस्ट्री Chemistry) के मिश्रण से बना है इसमें जीव जंतुओं में किस प्रकार केमिकल रिएक्शन होता है इसके बारे में डिटेल से अध्यन किया जाता है. जैसा की नाम से ही पता चल रहा है. जब भी हम बीमार पड़ते है तो बीमारी की जाँच के लिए केमिस्ट के पास ही जाते है.

Anatomy

किसी भी जीव जंतु के शारीरिक अंग के बारे में पढ़ते हैं इस विषय में हम जीव जंतु के आंतरिक भागों का अध्ययन करते हैं।

एनाटॉमी को हिंदी में शारीरिक कहते हैं, यह एक ऐसा विषय है जिसके अंतर्गत हम जीवित वस्तुओं के आंतरिक भागों का अध्ययन करते हैं एक चिकित्सा के तौर पर आप इन सब्जेक्ट को पढ़ेंगे इस सब्जेक्ट के अंदर आप यह निम्न भागों का भी अध्ययन करेंगे –

  • चिकित्सा शास्त्रीय शरीर रचना विज्ञान 
  • शल्य चिकित्सा शरीर रचना विज्ञान 
  • स्त्री शरीर विशेषज्ञ 
  • धरातल शरीर रचना विज्ञान 
  • सूक्ष्मदर्शी शरीर रचना विज्ञान 
  • भ्रूण शरीर रचना विज्ञान आदि

Microbiology

माइक्रोबायोलॉजी एक ऐसा विषय है जिसमें आप प्रोटोजोआ, बैक्टीरिया, वायरस और सूक्ष्म जीवाणु का अध्ययन और रिसर्च करेंगे इस विषय को पढ़ने के बाद आप नए-नए औषधि को बनाना सीखेंगे नए-नए दवाई बनाने की विधि के बारे में जानेंगे।

यह एक ऐसा विषय है जिसमें जानवरों पर पड़ने वाले पॉजिटिव और नेगेटिव इफेक्ट को जानने की कोशिश करेंगे और उनके उपचार करेंगे.

Pharmacology

हिंदी में वनस्पति विज्ञान कहते हैं वनस्पति विज्ञान विज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत हम पेड़ पौधे का अध्ययन करते हैं और उनकी औषधीय महत्व को बारे में बताते हैं.

भेषज गुण विज्ञान, औषधी शास्त्र के नाम से भी जानते हैं प्राचीन काल में यह रोगों का निवारण हो सके इस विषय में आप ऐसे पौधे के बारे में जानेंगे जिससे दवाई बनती हो.

Forensic Medicine

फॉरेंसिक मेडिसिन फॉरेंसिक चिकित्सा का ज्ञान एक कानूनी और अपराधी में शरीर रचना विज्ञान समारोह संयोजन के रूप में प्रयोग किया जाता है इसके अंतर्गत विज्ञान के विभिन्न विषयों के बारे में जानने समझने का मौका मिलता है।

आपने फिल्म में कभी ना कभी सुना होगा जब भी घटना हुआ हो तब आपने सुना होगा कि फॉरेंसिक टीम को बुलाओ वहीं फॉरेंसिक शब्द का इस्तेमाल किया गया है. यह घटना के पीछे छिपे जानकारी को इकट्ठा करने के लिए बारे में जानकारी देता है इन विषय के अंतर्गत मेडिसिन फिजिक्स, केमिस्ट्री, गणित इत्यादि आते हैं जिन्हें आपको अध्ययन करना होता है।

Pathology

मेडिकल साइंस के लिए यह एक वरदान है इसके अंतर्गत रोग विशेषज्ञ कारणों को देखकर उनके प्रभावों को देखकर उपचार बताया जाता है इनमें दो प्रकार के कोर्स होते हैं पहला वनस्पतियों का अध्ययन दूसरा जीव जंतुओं का अध्ययन इसमें आप अपना अलग से भी करियर बना सकते हैं पैथोलॉजी बहुत ही ज्यादा डिमांड है मार्केट में.

ENT

एंटी का अर्थ होता है Ear, Nose, Throat यानी कान, नाक और गले से संबंध बीमारियों को एंटी रोग विशेषज्ञ देखते हैं इसके अंतर्गत नाक, कान, गले के समस्याओं से जुड़ी बीमारियों का अध्ययन करवाया जाता है. उन बीमारियों का इलाज सिखाया जाता है जो भविष्य में ना हो इसमें भी आप अपना अलग से बना सकते हैं.

Orthamology

नेत्रहीन, आंख से जुड़े समस्याओं उनके निवारण के बारे में बताया जाता है कैसे आंख से जुड़े किसी भी समस्या को ठीक किया जा सकता है और उन्हें नेत्रहीन होने से बचाया जा सकता है. इसमें आप आंख से जुड़े सभी तरह के जानकारी के बारे में बताया जाता है.

Pediatrics

चिकित्सा विज्ञान की वह शाखा जिसमें छोटे बच्चे पर अध्ययन किया जाता है उनके शारीरक संरचना और कार्य प्रणाली एवं अन्य के मुकाबले कैसे अलग होती है तथा बच्चों में बीमारियों का पता लगाया जाता है और उनका इलाज करवाया जाता है।

दूसरे देशों में बाल चिकित्सा की ग्रोथ पर काफी ध्यान दिया जाता है शिशु जब जन्म लेता है तू कहीं उनके माता-पिता के साथ उनके पिता की बीमारी तो नहीं आ चुकी है इनके बारे में पता लगाया जाता है उनके बारे में अध्ययन करवाया जाता है।

Orthopaedic

वह शाखा जिसके अंतर्गत क्षतिग्रस्त या हड्डियों जोरे, तंत्रिका और उत्तको से संबंधित जानकारी के बारे में सिखाया जाता है उसे हम विकलांग चिकित्सा के नाम से जानते हैं. इसमें हड्डियों से जुड़े बीमारियों के बारे में संपूर्ण जानकारी पढ़ने को मिलता है।

Psychiatry

इस विषय के अंतर्गत मनुष्य के मन में जो भी चल क्या रहा होता है उनको पता करने के तरीके के बारे में सिखाया जाता है. आखिर मनुष्य का दिमाग कैसे काम करता है, मनुष्य का दिमाग किस समय कैसा काम करता है, इस विषय में मनुष्य के मस्तिष्क पर रिसर्च किया जाता है क्योंकि मनुष्य का मस्तिष्क से अंग को खराब और उसका इलाज कैसे करना है के बारे में बताता है. मनुष्य के अंदर जो भी भावना पैदा होता है वह मनुष्य के मस्तिष्क के कारण ही होता है इसमें मनुष्य के मस्तिष्क के बारे में अच्छे से बताया जाता है.

Radiology

रेडियोलोजी (विविकरण) विज्ञान चिकित्सा विज्ञान का क्षेत्र जिसमें एक्स किरण और अन्य किरण से संबंधित जानकारी के बारे में अध्ययन करवाया जाता है. वह रेडियोलॉजी कहलाता है. एक्स-रे कराने की जरूरत क्यों होती है, एक्सरे कैसे किया जाता है इन सभी विषय के बारे में अध्ययन करवाया जाता है.

Dermatology

यह एक ऐसा ब्रांच जो त्वचा खोपड़ी, बालों की समस्या से संबंधित विषयों के बारे में अध्ययन करवाता हो डर्मेटोलॉजि कहलाता है इसमें मनुष्य के त्वचा से जुड़ी बीमारियों के इलाज के बारे में पढ़ाया जाता है.

Psychology

यह एक ऐसा विषय है जिसमे आपको मनुष्य के सभी अंगो के बारे में पढना होगा आखिर शरीर के सभी अंग काम कैसे करते है, इस विषय में मानव का दिल किस स्थति के कैसे धडकता है इसके बारे में अच्छे से पढाया जाता है, जैसे अगर आप किसी के man की बात कोई व्यक्ति जान लेता है है उसे हम कहते है न साईंको.

MBBS Book List Hindi (एक बार जरुर देखें)

एमबीबीएस में कौन कौन से विषय होते है?

फर्स्ट साल में तीन विषय की पढ़ाई होती है Biochemistry, Physiology, Anatomy

MBBS में कितने विषय होते है?

एमबीबीएस में 19 विषय होते है जो 5 साल 6 महिना में पढना होता है.

निष्कर्ष

हमें उम्मीद है की आज का यह पोस्ट आपको पसंद आया होगा इस पोस्ट में हमने MBBS Me Kitne Subject Hote Hai इसके बारे में डिटेल से चर्चा किया है अगर आपको और भी जानकारी चाहिए तो आप हमारे अन्य पोस्ट को पढ़ सकते है जिसमे हमने अन्य जानकारी दी है.

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