याद करने की वजह समझते है टॉपर

याद करने की वजह समझने की क्षमना विभिन्न शोध के परिणाम कहते हैं कि छात्र को अपना पाठ पढने के वजह से समझने पर जोर देना चाहिए याद किए गए तथ्य व सिद्धांत तो स्कूल या कॉलेज के दिनों तक ही साथ निभाते हैं लेकिन जो चीज एक बार समझ में आ जाती है वह जिंदगी भर के लिए मस्तिष्क पटल पर एक छाप छोड़ देती है इसके अतिरिक्त एक अच्छे छात्र में निम्नलिखित विशेषताएं भी होनी चाहिए

पहल बिना कहे काम करने के लिए आगे आना

अच्छे छात्र काम दिए बिना ही आगे बढ़कर उसे कर दिखाते हैं वे प्रयोगशाला में काम करते समय सिर्फ निर्देशों पर ध्यान देने की वजह नए प्रयोगों का अविष्कार करने में भी रुचि रखते हैं वह हर अवसर को बड़ी ललक से अपनाते हैं यदि कक्षा से बाहर का भी कोई काम हो तो वे बेहिचक उसे करते हैं.

रूचियों का विस्तार

स्कूल कॉलेज में आपको नई चीज है की खोजबीन भरूच यों का दायरा बढ़ाने के कई अवसर मिलते हैं आपको ऐसा पुस्तकालय पुराना वातावरण फिर कभी नहीं मिलेगा यदि आप चाहे तो वहां होने वाली पाठ्य तर गतिविधियों से भी बहुत कुछ सीख सकते हैं यदि आप हमेशा अपने ही मगन रहने वाले लोगों में है तो कुछ नया आया अंजाना काम करने की कोशिश ना करें

खुला हो दिमाग 

आपको नए विचारों व उपायों के प्रति आगरा ही होना चाहिए यह नहीं कि आप हमेशा नए विचारों की खोज में ही लगे रहे कहने का अर्थ यह है कि कोई भी नया विचार सामने आए तो उसे अपने तर्क व विवेक की कसौटी पर कसने के बाद अपनाने से देर ना करें

मन की बुरी आदत

सिर्फ जानकारी पा लेना ही शिक्षा नहीं कहलाती इसमें नई जानकारी पानी मूल्यांकन व विश्लेषण करने की योग्यता भी शामिल है इस समय हम चारों ओर से जानकारी के बाद से दबे हैं जिनमें से एक काफी कुछ अधूरा गलत और भ्रामक है पुस्तकालय की 90 5% पुस्तके नष्ट हो जाए तो भी मानवीय ज्ञान को कोई हानि नहीं होगी लेकिन इस श्रेणी में कौन सी पुस्तकें आती है उन्हें छटना मुश्किल होगा हम उन लोगों से घिरे हैं जो हमें कुछ बेचना चाहते हैं कोई नया सामाजिक या राजनीतिक विचार देना चाहते हैं हमें दूसरे मतिया दर्शन में रूपांतरित करना चाहते हैं हमें इस जानकारी के घटा टोपी सही और गलत को पहचानना होगा

नियामक

आप जितना सीखते जाएंगे उतना ही नियामक हो जाएंगे यदि कहीं लिखा है कि इसे पड़े तो आपको उसे शब्द 10 शब्द पढ़ने की जरूरत नहीं रहेगी आपको जो कुछ भी दिखाया जाएगा आप उसी पर निर्भर नहीं रहेंगे आप स्वयं कई बातों को हल खोज निकालेंगे आप बिना किसी उलझन के पहचान लेंगे कि वक्त आया लेखक क्या कहना चाहता है आप किसी भी बात का छिपा अर्थ जान लेंगे और खास या महत्वपूर्ण व गैर जरूरी बातों में फर्क करना सीख लेंगे

उद्देश्य परखता

हम सब अक्सर जब पढ़ना शुरू करते हैं तो बहुत कुछ ऐसा सीखना ही नहीं चाहते जो हमें गैर जरूरी लगता है शिक्षा हमारे उद्देश्य व दृष्टिकोण को नए नए आयाम व विस्तार देती है हमें पता चलता है कि शैक्षणिक स्तर पर हमारी निजी रहेगा विचारों का कोई मूल्य नहीं है हमें पता चलता है कि दूसरे लोग व संस्कृति किस तरह एक ही बात के अलग-अलग अर्थ निकालते हैं हम सीखते हैं कि सारी दुनिया हमारे आसपास ही नहीं घूमती हम रहे या ना रहे सब कुछ यूं ही चलता रहे शिक्षा से हमारे भीतर विनय एवं सहनशीलता आती है

नम्रता

कोई जितना सीखता है उसे उतना ही एहसास होता है कि अभी कितना कुछ सीखना बाकी है या वह जो जानता था उसका कोई अर्थ नहीं है बहुत कुछ जानना लिया सीखना अच्छी बात है लेकिन हर व्यक्ति को अपने ज्ञान की सीमाएं भी पता होनी चाहिए कई ऐतिहासिक भूल है इसी वजह से हुई कि लोग अपनी शिक्षा व ज्ञान की हदों से परे चले गए थे जन्मजात प्रतिभा भी आपके शिक्षण में काफी काम आती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि

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